हिमाचल प्रदेश में फलों के राजा को भूल गई सरकार, न मिला समर्थन मूल्य, न ही खुले कलेक्शन सेंटर
(TTT)हिमाचल प्रदेश में सेब से हटकर आम को पिछले साल समर्थन मूल्य देने वाली राज्य सरकार इस बार आम को भूल गई है। इस बार न तो आम को कोई समर्थन मूल्य मिला और न ही कलेक्शन सेंटर ही खोले गए, जहां पर किसान अपने आम को बेच सकते। आम का सीजन इस वक्त उफान पर है, लेकिन इनके उत्पादकों को सरकार से कोई राहत नहीं मिल पाई है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर आम का उत्पादन होता है। प्रदेश के निचले इलाकों में आम की बड़ी पैदावार होती है, जो इस बार भी है। ऐसे में उत्पादों में सरकार के खिलाफ रोष है। पहले सेब के साथ आम को भी 12 रुपए प्रति किलो समर्थन मूल्य मिला था।